Top Shiv chaisa Secrets
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जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। Shiv chaisa शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥ योगी यति मुनि ध्यान लगावैं ।
नित्त नेम कर shiv chalisa lyricsl प्रातः ही, पाठ करौं चालीस।
शिव को भस्म shiv chalisa lyricsl क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज